
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने देश में चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया है. इसमें झारखंड, तेलंगाना, पंजाब और आंध्र प्रदेश शामिल है. झारखंड बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को अब प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी गयी है. इससे पहले दीपक प्रकाश झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष थे. वहीं, पंजाब में सुनील जाखड़, आंध्र प्रदेश में दी पुरंदेश्वरी और तेलंगाना में जी किशन रेड्डी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.
बाबूलाल मरांडी का संक्षिप्त परिचय:
बाबूलाल मरांडी का जन्म जनवरी 1958 को गिरिडीह में हुआ था. गिरिडीह कॉलेज से उन्होंने स्नातक की डिग्री ली. उन्होंने एक साल तक प्राथमिक शिक्षक के रूप में काम किया. इसके बाद वो आरएसएस से जुड़ गए. साल 1983 में उन्हें संथाल परगना में विश्व हिंदू परिषद् की जिम्मेदारी मिली. साल 1991 में बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हुए. लोकसभा चुनाव 1991 में उन्होंने दुमका से चुनाव लड़ा. लेकिन वो हार गए. 1996 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने दोबारा दुमका लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, मगर इस बार भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 1996 में बीजेपी ने उन्हें वनांचल क्षेत्र का अध्यक्ष बनाया. इसके बाद बाबूलाल ने 1998 में दुमका सीट से जीत दर्ज की. झारखंड अलग राज्य बनने के बाद बाबूलाल मरांडी को राज्य का प्रथम मुख्यमंत्री बनाया गया. 2006 में उन्होंने बीजेपी से बगावत कर दी और खुद की नयी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा का गठन किया.
कभी बीजेपी में ना जाने की कसमे खाने वाले बाबूलाल मरांडी ने 2020 में अपनी जेवीएम का विलय पुनः भाजपा में कर दिया. उनका एक इंटरव्यू हमेशा चर्चा के केंद्र में रहता है, जिसमे उनका बयान था कि वे कुतुब मीनार से कूद जायेंगे, मगर भाजपा में नहीं जाएंगे. हालांकि भाजपा में आने के बाद पार्टी ने उन्हें विधायक दल के नेता के रूप में मान्यता दी, मगर आजतक बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता नहीं मिल पायी. आज उन्हें बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है.
बाबूलाल को पार करनी होगी डुमरी की डगर: बतौर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को डुमरी उपचुनाव का सामना करना है. इसमें उनके नेतृत्व कौशल की अग्निपरीक्षा होगी. सत्ताधारी दल जेएमएम ने कुड़मी समाज की महिला बेबी देवी को मंत्री बनाकर मास्टरस्ट्रोक चला है, जिसे भेदने के लिए बाबूलाल और उनकी टीम को मजबूत रणनीति की जरुरत पड़ेगी. इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में बीजेपी ने राज्य में हेमंत सरकार गठन के बाद ज्यादात्तर उपचुनावों में शिकस्त हासिल की. केवल एक रामगढ़ में ही बीजेपी गठबंधन की जीत हुई. बाबूलाल मरांडी और दीपक प्रकाश की जोड़ी का जादू अधिकत्तर उपचुनावों काम नहीं आया और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा.