
राजधानी रांची के सबसे बड़े अग्निकांड का खुलासा पुलिस ने चौबीस घंटे के भीतर ही कर दिया है. सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस आरोपी के गिरेबान तक पहुंचने में कामयाब हो गयी. हैरानी की बात तो ये है कि रांची शहर के सबसे बड़े अग्निकांड को अंजाम देने वाला कोई शातिर अपराधी नहीं, बल्कि एक नाबालिग है. झारखंड के सबसे बड़े बस स्टैंड में नौ बसों को केवल एक नाबालिग ने एक मामूली से लाइटर और स्प्रे की मदद से ख़ाक कर दिया. रांची पुलिस ने नामकुम में रहने वाले एक नाबालिग (नाबालिग होने की वजह से हम नाम नहीं छाप सकते) को आज हिरासत में लेकर जब पूछताछ की, तो नाबालिग ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. नाबालिग युवक की शिनाख्त पर पुलिस इस मामले में शामिल कुछ अन्य लोगो की तलाश में भी जुट गयी है.
रांची के एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि नाबालिग युवक के पास से पुलिस ने एक स्प्रे और लाइटर बरामद किया है. इसी लाइटर और स्प्रे के जरिए उसने एक-एक कर 9 बसों को आग के हवाले कर दिया. इस अगलगी में 8 बस तो पूरी तरह जलकर खाक हो गए थे, मगर एक बस जलने से बच गया. पुलिस की पूछताछ में नाबालिग ने यह बताया है कि उसने बस की टंकी के पास पहले इस स्प्रे को मारा और फिर लाइटर से उसमें आग लगा दी. इस वजह से आग तेजी से आगे फैलती चली गई.
भीषण अगलगी में 8 बसे हो गयी थी ख़ाक: रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में गुरुवार को एक घंटे के अंतराल में दो बार दो अलग अलग जगहों पर आग लगने से नौ बसे ख़ाक हो गयी थी. इनमे निसान, एलडी मोटर्स, माँ भवानी और राधे श्याम ट्रांसपोटर्स की बसे शामिल है. इसके अलावा एक स्कूल बस भी जलकर स्वाहा हो गयी थी. इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी मचा दी थी.
काम से निकाले जाने की वजह से दिया कांड को अंजाम: नाबालिग युवक पहले खादगढ़ा बस स्टैंड में ही खलासी का काम करता था. जिसे बाद में बस संचालक द्वारा काम से निकाल दिया गया था. शक इस बात को लेकर भी है कि शायद इस युवक ने इसकी भड़ास निकालने के लिए ही आठ बसों को आग के हवाले कर दिया. युवक ने बड़ी चालाकी से कांड को अंजाम दिया. पहले इसने तीन बसों में आग लगाई. फिर जब सबका ध्यान उन बसों पर था, तो इसने मौका पाकर अन्य पांच बसों को भी आग के हवाले कर दिया.