
झारखंड में भले ही आज गर्मी से लोगो को थोड़ी राहत मिली और मॉनसून के फुहारों ने मौसम को सुहाना बना दिया. मगर मॉनसून के दस्तक देते ही राजनैतिक तपिश ने राज्य के सियासी माहौल को गर्म कर दिया है. चुनाव नजदीक है. राजनैतिक दलों को अब जनता के बीच जाना है. ऐसे में सभी पार्टियां अपने स्तर पर चुनावी मोड में चली गयी है. बात देश के सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी की करे, तो भारतीय जनता पार्टी झारखंड में 22 जून को चुनावी अभियान का आगाज करने जा रही है. भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष जेपी नड्डा 22 जून को गिरिडीह में आम सभा को संबोधित करेंगे. बीजेपी भले ही इस मामले में आगे चल रही हो, मगर देर से ही सही. राज्य की सत्ताधारी दल जेएमएम भी चुनाव की अहमियत को समझ गयी है. कमान एक बार फिर दिशोम गुरु शिबू सोरेन के हाथ में दे दी गयी है. भाजपा चुनावी रैलियों का आगाज कर चुकी है. इधर सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा अभी रणनीति बनाने में ही लगी है. शिबू सोरेन चार जून को आगामी चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक राजधानी रांची में करने जा रहे है. इसमें सभी जिलाध्यक्षों और सचिवों को बुलाया गया है. रांची के सोहराय भवन में ये अहम् बैठक होगी, जिसमे संगठन को मजबूत कर चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया जाएगा. इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कार्यकर्ताओ से सीधा संवाद करेंगे.
नड्डा संभालेंगे बीजेपी की कमान: 22 जून को बीजेपी के केंद्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा गिरिडीह में आमसभा को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही राज्य में चुनावी सरगर्मी शुरू हो जायेगी. इससे पहले बीजेपी के कई राष्ट्रिय नेता झारखंड में हुंकार भर चुके है. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाल ही में एक सभा को संबोधित किया था. जाहिर है भाजपा की चुनावी तैयारी तगड़ी है और राज्य में वर्तमान सरकार के लिए बीजेपी एक मजबूत चुनौती बन सकती है.