
रांची. 60-40 के खिलाफ जेएसएसयू के द्वारा बुलाये गए झारखंड बंद का राजधानी रांची में कोई असर नहीं देखने को मिला. सुबह आठ बजे के आसपास छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो के साथ छिटपुट बंद कार्यकर्ता सड़को पर जरूर उतरे, मगर बंद कराने में नाकाम रहे. सुबह 9 बजे से ही बाज़ार की दुकाने खुलने लगी थी. सुबह 10 बजते ही राजधानी के प्रमुख मार्गो से भी बंद का असर शून्य हो गया. सुबह 10 बजे के बाद इक्के दुक्के बंद कार्यकर्ता जो बंद कराने उतरे थे, वे भी अपने घर चले गए. राजधानी रांची का यातायात पूरी तरह सामान्य हो गया.
एनएच को जाम करने का प्रयास: बंद कार्यकर्ताओ ने रांची-पटना एनएच को टायर जलाकर सुबह आठ बजे जाम करने की कोशिश की. मगर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया, जिसके बाद बूटीमोड़ के पास सड़क जाम हटाकर यातायात सामान्य कर दिया गया. बंद कार्यकर्ताओ ने खादगढ़ा बस स्टैंड में बसों का परिचालन ठप करने की कोशिश की, मगर बंद कार्यकर्ताओ की संख्या चार पांच के आस पास होने की वजह से बस परिचालन ठप कराने की कोशिश भी नाकाम रही. बंद के दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है.
एसडीओ ने परिशंति भंग करने का भेजा नोटिस: झारखंड बंद कराने की कोशिश करके छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो और उनकी टीम बुरा फंस गयी है. रांची सदर अनुमंडल पदाधिकारी की ओर से देवेन्द्रनाथ महतो समेत अन्य लोगो को नोटिस जारी किया गया है. इसमें देवेंद्र नाथ महतो, मनोज यादव, इमाम सैफी, अमनदीप मुंडा, मोतीलाल महतो, योगेश भारती, मनोज उरांव, सुमित उरांव, सत्या कुमार, मनोज कुमार और दुर्गेश चंद्रवंशी का नाम दर्ज है. इन्हे विधि व्यवस्था भंग करने को लेकर नोटिस जारी किया गया है.