
रांची. गाड़ीखाना चौक में ड्यूटी पर तैनात ईमानदार ट्रैफिक पुलिस कर्मी मकबूल अली की सराहना आज हर कोई कर रहा है. मकबूल ने अपनी ईमानदारी का परचम लहरा दिया है. यहीं वजह है कि उनकी ईमानदारी को सलाम किया जा रहा है. आम तौर पर पुलिस के ऊपर भ्रष्ट होने का आरोप लगता रहा है, मगर खाकी पर लगने वाले इस दाग को मकबूल जैसे ईमानदार पुलिस कर्मी मिटाने में पूरी शिद्दत से लगे हुए है.
रांची के गाड़ीखाना चौक के पास मकबूल को 2000 के दस नोट मिले, जिनकी कीमत 20,000 रुपये थे. इन नोटों को मकबूल अली ने सहेज कर दो दिनों तक अपने पास रखा. वो इंतज़ार करते रहे कि इन नोटों का कोई दावेदार उनके पास आएगा, और प्रमाणित करने के बाद नोट ले जाएगा. मगर जब दो दिनों तक नोटों का कोई दावेदार मकबूल के संपर्क में नहीं आया, तो मकबूल अली ने उन नोटों को अपने पास रखने के बजाय, उन्हें सुखदेव नगर थाने में जमा करा दिया. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से उन लोगो तक संदेश पहुंचाने का आग्रह किया है, जिनकी गाढ़ी कमाई गड्ढे में मिली थी. मकबूल ने अपील की है कि जिस भी व्यक्ति के यह 20,000 रुपये है, वह सुखदेव नगर थाने में जाकर दावेदारी साबित कर अपने पैसे ले ले.
मकबूल ने कहा कि कुछ लोगो की वजह से पुलिस डिपार्टमेंट की बदनामी होती है. ऐसा नहीं है कि हर पुलिस कर्मी भ्रष्ट है. पुलिस डिपार्टमेंट में आज भी ईमानदार लोग मौजूद है, जो बिना भ्रष्टाचार के अपनी सेवा पुलिस डिपार्टमेंट को दे रहे है. आप भी इन नोटों को उसके असल दावेदार तक पहुंचाने में मकबूल अली की मदद कर सकते है. केवल इस पोस्ट को शेयर कर आप इस सूचना और मकबूल की ईमानदारी को सलाम कर सकते है.