
रांची. कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह के बहाने आज विपक्ष का बेंगलुरु में शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला. 2024 की पिक्चर से पहले का ट्रेलर जबरदस्त हिट रहा. सिद्धरमैया के मंच से लगभग तमाम देश के विपक्षी नेता हुंकार भरते दिखे. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी बेंगलुरु जाकर शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत किया. हेमंत सोरेन ने सिद्धारमैया को सीएम बनने की बधाई दी.
विपक्ष का एकजुट होकर एक मंच पर आना और अपनी चट्टानी एकजुटता का परिचय देना 2024 की लड़ाई के लिए बहुत जरूरी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हमेशा विपक्षी एकजुटता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते रहे है. चाहे ममता बैनर्जी हो, या राहुल गाँधी, या नितीश कुमार, हेमंत सोरेन हमेशा विपक्षी नेताओ को साथ लेकर चलते दिखाई दे रहे है. हेमंत ऐसे किसी भी कार्यक्रम से खुद को अलग नहीं रखते, जहां विपक्षी एकता दिखाने का मौक़ा हो. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार जब रांची आए थे, तब भी हेमंत सोरेन ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और उन्हें अपना अभिभावक बताया था. हेमंत समय की जरूरत को भांपने वाले व्यक्ति माने जाते है, वे जानते है कि समय के साथ किन जरूरतों का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ना है.
2024 में आम चुनाव है. विपक्ष के आगे भारतीय जनता पार्टी का धनबल और बाहुबल चुनौती के रूप में खड़ा है. एजेंसीज के दुरूपयोग को विपक्ष मुद्दा बनाता रहा है. इसके अलावा विपक्ष के आगे धार्मिक राजनीति भी एक बड़ी चुनौती है. जिसके लिए विपक्ष का 2024 से पहले एकजुट होना बेहद जरूरी है. और हेमंत सोरेन इस एकजुटता में हमेशा विपक्षी दलों के साथ खड़े दिखाई दे रहे है.