IAS के तबादले पर तनातनी, बीजेपी राजभवन पहुंची, जेएमएम ने दी चुनौती, कहा – वीडियो की प्रमाणिकता साबित करे, कार्रवाई जरूर करेंगे
बाबूलाल मरांडी ने पहले भी अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा के चुनाव चिन्ह पर निर्वाचित विधायकों के रघुवर सरकार के समय में भाजपा में शामिल होने के पैसे के सौदेबाजी से संबंधित पत्र जारी किया था. उस पत्र की अब क्या स्थिति है, उस पत्र का अबतक क्या हुआ ?

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का के तबादले के बाद भी सियासी तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है. विपक्ष जहां एक ओर इसे बड़ा मुद्दा बनाने की फिराक में है, तो वहीं सत्ताधारी दल जेएमएम ने विपक्ष को वायरल वीडियो की प्रमाणिकता साबित करने की चुनौती दे दी है. रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि वायरल वीडियो क्लिप की प्रमाणिकता पहले साबित करके दिखाए बाबूलाल मरांडी. उन्हें बताना चाहिए कि वीडियो क्लिप उन्हें कैसे प्राप्त हुआ ? सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने पहले भी अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा के चुनाव चिन्ह पर निर्वाचित विधायकों के रघुवर सरकार के समय में भाजपा में शामिल होने के पैसे के सौदेबाजी से संबंधित पत्र जारी किया था. उस पत्र की अब क्या स्थिति है, उस पत्र का अबतक क्या हुआ ? उस सौदेबाजी के मामले को लेकर उन्होंने आगे क्या किया, बाबूलाल कहाँ तक न्याय के लिए गए, ये उन्हें जनता को बताना चाहिए. क्या बाबूलाल मरांडी ने अपने उस पत्र की फॉरेंसिक जांच कराई थी ?
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि एक वरिष्ठ आईएएस अफसर पर जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे है, उससे पहले बाबूलाल मरांडी ने स्वयं उसकी जांच कराई है क्या ? झामुमो ने बाबूलाल मरांडी को चुनौती दी कि अगर वो वीडियो की प्रमाणिकता साबित कर दे, तो निश्चित रूप से कड़ी कार्रवाई होगी.
पूरे मामले में आज राजनीति भी गर्मायी रही. राजभवन से ट्विटर तक भाजपा आक्रामक दिखी. बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा और राज्यपाल से इस मामले में कार्रवाई की मांग की. उधर बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ट्रांसफ़र कोई सजा नहीं होती है. मुख्यमंत्री से मैं फिर आपसे अनुरोध कर रहा हूँ कि राजीव अरूण एक्का को निलंबित करिये. गृह विभाग जैसे संवेदनशील एवं राज्य-देश की परम गोपनीय जानकारी रखने वाले विभाग की फ़ाईल प्राइवेट दलाल के यहां ले जाने के इस गंभीर मामले में आफिसियल सिक्रेट एक्ट, पद का दुरुपयोग करने के आरोप की धाराओं में मुक़दमा करिये. इन्हें और इनके दलाल सिंडिकेट को जेल भेजिये.
बाबूलाल ने ट्वीट किया कि हेमंत जी,आप खुद होम डिपार्टमेंट के मंत्री भी हैं. ऐसे में कोई कैसे विश्वास करेगा कि बिना आपकी अनुमति के आपके विभाग का सचिव विभागीय फ़ाईलों को दलाल के यहाँ ले जाकर रखेगा?