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कोल्हान का किला भेदने झारखंड आएंगे अमित शाह, हेमंत सोरेन के खिलाफ मजबूत चेहरे की भी करेंगे तलाश

रांची: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने एक दिवसीय दौरे पर सात जनवरी को झारखंड के चाईबासा आएंगे. यहां वो पार्टी पदाधिकारियों के साथ आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के तैयारियों की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही अमित शाह यहां हेमंत सोरेन के आगे कमजोर हो चुकी भाजपा में नए और मजबूत चेहरे की भी तलाश करेंगे. इसके लिए वे भाजपा चाईबासा जिला इकाईयों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक करेंगे. ताकि पार्टी की असल नब्ज को टटोला जा सके. ये परखा जा सके कि भाजपा हेमंत सोरेन के आगे कहां और क्यों कमजोर पड़ जा रही है. अमित शाह यहां झारखंड प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर जरुरी दिशा-निर्देश देंगे. इस बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, संगठन महामंत्री नागेंद्रनाथ त्रिपाठी के आलावा कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.

आदिवासियों के बीच घटते जनाधार को लेकर होगा मंथन:

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 14 में से 11 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. जबकि कांग्रेस सिंहभूम की एक सीट निकालने में कामयाब हो गयी थी. झारखंड मुक्ति मोर्चा को भी एक लोकसभा सीट राजमहल में जीत हासिल हुई थी. वहीं, गिरिडीह लोकसभा सीट में भाजपा की सहयोगी आजसू के उम्मीदवार की जीत हुई थी. मगर लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा औंधे मुंह गिरी, और उसका आदिवासी और ओबीसी वोट पूरी तरह से पार्टी से खिसक गया, जिसके कारण उसे अधिकांश आरक्षित सीटों से हाथ धोना पड़ा था. आज भी आदिवासियों और ओबीसी समाज के बीच भाजपा की लोकप्रियता घटती जा रही है. लगातार कई उपचुनावों में हेमंत सोरेन के हाथों करारी शिकस्त झेल चुकी भाजपा अब केंद्रीय नेतृत्व की शरण में पहुंच चुकी है, यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह जनवरी में झारखंड आ रहे है, ताकि बेजान हो चुकी झारखंड भाजपा में थोड़ी जान फूकी जा सके. इसके साथ ही सूत्रों के अनुसार ये भी खबर है कि अमित शाह यहां बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास के आलावा किसी नए चेहरे की तलाश के लिए भी आ रहे है, जो हेमंत सोरेन से लोहा ले सके. क्योंकि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बात को समझ रहा है कि रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी समेत भाजपा के तमाम बड़े नेता मिलकर भी हेमंत सोरेन से 2024 में मुकाबला नहीं कर पाएंगे. हेमंत से मुकाबले के लिए अब किसी नए चेहरे की तलाश शुरू हो गयी है.

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