
हर साल लाखो युवा देश सेवा की भावना लेकर भारतीय सेना में शामिल होने के लिए भर्ती कैंपो में आते है. युवाओ की इसी भीड़ को कम करने के लिए पहले अग्निवीर भर्ती योजना को शुरू किया गया और अब केंद्र सरकार ने सेना भर्ती में लिखित परीक्षा (सामान्य प्रवेश परीक्षा – सीईई) को शामिल करने की तैयारी कर ली है. इसी साल से हो रहे अग्निवीरो की भर्ती में लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले नौजवानो को ही आगे चलकर शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने का मौक़ा मिलेगा. जिन अभ्यर्थियों का शारीरिक दक्षता के लिए चयन नहीं होगा वे सेना में शामिल नहीं हो पाएंगे. इसके लिए सेना में शामिल होने की चाहत रखने वाले नौजवानो को पढ़ाई पर भी खासा ध्यान देना होगा.
पहले और इसबार होने वाले भर्ती में क्या होगा अंतर
इससे पहले जितनी बार सेना में बहाली निकली, उसमे भर्ती कैंपो का आयोजन होता था. शहरों में इस कैंप का आयोजन किया जाता था. जहां बड़ी संख्या में जोशीले युवा देशभक्ति की भावना से सराबोर होकर सेना में शामिल होने आते थे. इसके लिए ये युवा पूरे साल कड़ी मेहनत करते थे. इन कैंपो में शामिल होने के लिए न्यूनतम योग्यता इंटर पास की अनिवार्य होती थी. युवाओ को किसी तरह की लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती थी. इस साल से होने वाले अग्निवीरो की भर्ती के लिए युवाओ को ज्ञान की जरूरत भी पड़ने वाली है. बिना लिखित परीक्षा पार किये, कोई भी नौजवान आगे की शारीरिक दक्षता परीक्षा और मेडिकल में शामिल नहीं हो पायेगा.
अप्रैल में होगा आयोजन : सामान्य प्रवेश परीक्षा का आयोजन देशभर के 200 केंद्रों में अप्रैल महीने में हो सकती है. यह भर्ती प्रक्रिया अग्निवीर भर्ती में शामिल होने वाले 40000 युवाओ पर लागू होगी.