
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में खतियानी जोहार यात्रा का पहला चरण पूरा किया है. इस यात्रा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जनता का अभूतपूर्व समर्थन और प्यार मिला. सीएम जहां भी गए, भारी भीड़ उन्हें देखने और सुनने के लिए पहुंची. मुख्यमंत्री की जोहार यात्रा अब झारखंड के विपक्ष में बैठे राजनीतिक पार्टियों को पच नहीं रहा है. ऐसा इसलिए क्योकि विपक्षी पार्टियां लगातार जिस तरह की बयानबाजी कर रही है, उससे ना केवल आदिवासी मुख्यमंत्री की छवि को ठेस पहुंच रहा है, बल्कि झारखंड की भी देश दुनिया में बदनामी हो रही है.
भाजपा के वाचाल सांसद निशिकांत दुबे एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए है. अपनी राजनैतिक शिष्टाचार की बलि चढ़ाकर बयानबाजी करने का रिकॉर्ड तो भागलपुर वाले भैया के पास पहले से है. मगर अब उन्होंने देश की संसद में ही अपने बड़बोलेपन का नमूना पेश कर झारखंड को शर्मिंदा कर दिया है. निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा को तार तार करते हुए संसद में ऑन रिकॉर्ड सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ गाली गलौज वाली शर्मनाक भाषा का प्रयोग किया है. निशिकांत दुबे जब ऐसी गाली गलौज वाली भाषा का प्रयोग कर रहे थे तब उनके ठीक बगल में रांची के सांसद संजय सेठ भी मौजूद थे. निशिकांत दुबे ये भूल गए कि उन्होंने नेशनल टीवी पर ना केवल मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि झारखंड का भी अपमान किया है. सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधने के चक्कर में भाजपा सांसद ये भूल गए कि हेमंत सोरेन सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि मौजूदा समय में वे झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता कि पहचान भी है. मुख्यमंत्री होने से पहले वो एक आदिवासी समाज से आते है है. और झारखंड के माटीपुत्र है. भाजपा सांसद के बयान की झामुमो ने कड़ी निंदा की है.
With reference to this particular TV clip of Loksabha session shared by the Member of Parliament @nishikant_dubey , @TwitterSupport @Twitter Pls note that his objectionable & offensive comments have been expunged from Parliamentary records & this content be taken down immediately https://t.co/V1gvYm3lVB pic.twitter.com/BAl5KifW6i
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) December 20, 2022