एक्शन में राज्य बाल संरक्षण आयोग, किशोरी अन्नू कुमारी की संदिग्ध मौत मामले में लिया स्वतः संज्ञान, आयोग की अध्यक्ष काजल यादव ने पीड़िता के परिजनों से की मुलाक़ात
काजल यादव ने कहा कि संभावनाओं पर तो वह कुछ नहीं कह सकती, लेकिन उनकी कोशिश होगी कि इस पूरे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. प्रथम दृष्टया तो काफी कुछ गड़बड़ लग रहा है. पुलिस अधिकारियों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी टीम अध्ययन करेगी.

धनबाद. डॉक्टर अभिजीत कुमार के घर में किशोरी अन्नू कुमारी की मौत मामले की जांच तेज हो गई है. अब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी इस मामले में एक्शन ले लिया है. राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष काजल यादव पूरी टीम के साथ धनबाद पहुंची और पीड़िता के परिवार वालो से मिली. पीड़िता की मां ने पुत्री की हत्या का आरोप लगाया. टीम ने परिजनों के बयान लिए, इसके बाद सदस्य धनबाद के धैया स्थित डॉक्टर अभिजीत का भी बयान लेने पहुंचे. मौके पर काजल यादव ने कहा कि संभावनाओं पर तो वह कुछ नहीं कह सकती, लेकिन उनकी कोशिश होगी कि इस पूरे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. पुलिस अधिकारियों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी टीम अध्ययन करेगी.
5 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थिति में किशोरी का शव डॉक्टर के घर मिला था
बता दें कि 5 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थिति में किशोरी का शव धैया में रहने वाले डॉक्टर अभिजीत के घर मिला था. डॉक्टर के अनुसार उनके यहां काम करने वाली किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जबकि परिजनों ने आरोप लगाया था कि अनु कुमारी की हत्या गला दबाकर की गई है. डॉक्टर ने धनबाद के पूजा टॉकीज के पास एक एंबुलेंस में अनु कुमारी का शव सौंपा, आयोग की टीम अनु कुमारी की मां और डॉक्टर से पूछताछ की. यह टीम काजल यादव की अध्यक्षता में धनबाद पहुंची है. झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने स्वतः मामले में संज्ञान लिया है. वैसे, अनु कुमारी की लाश का पोस्टमार्टम उपायुक्त के आदेश पर 7 डॉक्टरों की टीम ने किया है. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है. इस मामले में धनबाद थाने में डॉक्टर और उनके परिजनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. देखना है आगे मौत कैसे हुई, किन परिस्थितियों में हुई ,इसका क्या खुलासा हो पाता है.