
रांची के सांसद संजय सेठ ने आज अनोखे अंदाज में प्रेस को संबोधित किया. सांसद ने अपने कार्यालय में मोमबत्ती जलाकर प्रेस कांफ्रेंस किया. रांची समेत पूरे झारखंड में व्याप्त बिजली संकट पर सांसद संजय सेठ ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी. संजय सेठ ने कहा कि राज्य में बिजली की स्थिति बेहद खराब है. राजधानी में अभी 6 से 8 घंटे बिजली मिल रही है. ग्रामीण इलाकों में तो तीन-चार घंटे भी बिजली नहीं मिल रही. अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी ऐसे हालात नहीं देखे. बिजली संकट के कारण उद्योग-धंधे बंद होने के कगार पर हैं. लोगों के सामने रोजी-रोटी की संकट खड़ी हो गई है. हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद भी यह सरकार भ्रष्टाचार में मस्त है. यूपीए की सरकार झूठी, भ्रष्ट और मक्कार है. यह सरकार तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार के एजेंडे पर चल रही है.
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर भी उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उम्मीद थी कि नये रिम्स निदेशक के आने के बाद रिम्स के हालात सुधरेंगे, लेकिन हालात नहीं सुधरे. हालात यह है कि रिम्स में अब मामूली पैथोलॉजी जांच भी नहीं हो पा रही है. रिम्स शासी परिषद की बैठक केवल एजेंडा पास होते हैं. स्वास्थ्य मंत्री भी सिर्फ फीता काटने में व्यस्त हैं. सांसद ने कहा कि 6 दिसंबर को होने वाली शासी परिषद की बैठक में वे जोरदार विरोध करेंगे.
रांची हिंसा का जिक्र करते हुए संजय सेठ ने कहा कि दोषियों, अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बनी जांच समिति को अवधि विस्तार ही नहीं दिया गया है. राजधानी की सड़क पर उतरे उपद्रवियों को सजा दिलाने की बजाय सरकार तुष्टिकरण पर लगी है.