
रांची: झारखंड आंदोलनकारी सह राज्य के पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने सूबे में चल रही ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. श्री भुइयां ने कहा कि ईडी और सीबीआई केंद्र सरकार की एजेंसियां है, जिनका इस्तेमाल बीजेपी गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को परेशान करने में कर रही है. राज्यपाल, ईडी और सीबीआई प्रधानमंत्री के डायरेक्शन से चल रहे है. देश के प्रधानमंत्री सभी केंद्रीय एजेंसियों को अपने इशारों पर खेला रहे है. जो भी बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ है, उसपर इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई, आय से अधिक संपत्ति आदि मामलों के जरिये परेशान किया जा रहा है. श्री भुइयां ने सवाल उठाते हुए पूछा कि अगर केंद्रीय जांच एजेंसियां निष्पक्ष रूप से जांच कर रही है तो पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? जो भाजपा के नेता या सहयोगी है, उनके काले कारनामों के खिलाफ कोई ईडी, सीबीआई या इनकम टैक्स की करवाई क्यों नहीं हो रही है?
श्री भुइयां ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने राज्य के विधायकों को प्रलोभन देकर सरकार गिराने की कोशिश की. जब सरकार ने इसे पकड़ लिया तो चुनाव आयोग की ओर से दोहरे लाभ का बहाना लेकर खेला किया जा रहा है. कभी लिफाफा तो कभी ईडी लगा कर जनमत की सरकार को परेशान किया जा रहा है. केंद्र सरकार के रवैय्ये से राज्य की सवा तीन करोड़ जनता पूरी तरह से परेशान हो चुकी है.
बाबूलाल मरांडी के द्वारा भाजपा की सरकार बनाने की दावे पर दुलाल भुइयां ने कहा कि बाबूलाल मरांडी के जुबान का कोई वैल्यू नहीं है. बाबूलाल पहले कुतुब मीनार से कूदे, अगर वो बच जायेंगे तो सरकार बनाना. कुतुबमीनार से कूद कर कोई बचा है क्या? श्री भुइयां ने कहा कि बाबूलाल मरांडी झारखंड के सबसे बड़े पल्टूराम है. हेमंत सोरेन के साथ बाबूलाल की कोई बराबरी नहीं है. संथाल समाज में बाबूलाल मरांडी की छवि ढुलमुल नीति वाले इंसान की हो गयी है. श्री भुइयां ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ख्वाब देख रहे है कि हेमंत सोरेन को ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स परेशान करेगा और पीछे के दरवाजे से घुसाके प्रधानमंत्री उसको मुख्यमंत्री बना देंगे. बाबूलाल मरांडी का ये ख्वाब कभी पूरा नहीं होगा. हेमंत सोरेन से टकराने का ख्वाब देखना छोड़ दे बाबूलाल.
दुलाल भुइयां ने पूछा कि भाजपा ने देशभर में जो कार्यालय खोला है, उसका माल कहां से लाया है? इसकी ईडी से जांच होनी चाहिए. नोटबंदी और जीएसटी के जरिये जो देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया गया, उसकी ईडी से जांच होनी चाहिए. अडानी-अंबानी और उनके मित्र बंधुओं की संपत्ति में जो बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है, उसकी ईडी से जांच होनी चाहिए. केवल गैर-भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों की ही क्यों, कभी रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, राजनाथ सिंह जैसे नेताओं की भी ईडी जांच हो जानी चाहिए. तभी लगेगा कि लोकतंत्र में सही काम हो रहा है. श्री भुइयां ने कहा कि जो भाजपा में जायेगा वो गंगा नहा लेता है. शुद्ध पानी से साफ हो जाता है, इसीलिए किसी भी भाजपा नेता की, चाहे वो कितना भी भ्रष्ट क्यों ना हो, उसकी कभी जांच नहीं हो रही है.
श्री भुइयां ने कहा कि रघुवर दास ने झारखंड में हाथी उड़ाया था. चार्टर्ड प्लेन से बड़े-बड़े उद्योगपतियों को झारखंड लेकर आये थे, उसका माल कहां गया. इसकी ईडी से जांच होनी चाहिए. श्री भुइयां ने पूछा कि क्या कभी किसी ने हाथी को उड़ते देखा है. कबूतर, चील, कौवे उड़ सकते है, पर क्या किसी ने कभी हाथी को उड़ते देखा है. रघुवर दास ने तो हाथी उड़ाके पहले ही बता दिया था कि बहुत बड़ा घपला करने जा रहे है, कभी उसकी भी ईडी से जांच हो जानी चाहिए कि हाथी कैसे उड़ा था.
श्री भुइयां ने कहा कि झारखंड राज्य भीख में नहीं मिला है. राज्य को लड़कर हासिल किया गया है. संघर्ष के बाद झारखंड अलग राज्य मिला है और हेमंत सोरेन इस राज्य के नेता है. अगर कोई हेमंत सोरेन का बाल भी बाका करेगा, तो झारखंड जल उठेगा. बहुत बड़ी क्रांति आ जाएगी. इसकी भी