
रांची: ईडी ने आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवैध खनन मामले में समन जारी कर पेश होने को कहा था. शाम तक ईडी के अधिकारी एक दूसरे का मुंह देखते रह गए, मगर सीएम हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय नहीं गए. उधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी के समन और भाजपा की नकारात्मक राजनीति का जवाब सीएम आवास के बाहर से दिया. मुख्यमंत्री आवास के बाहर दहाड़ते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्यपाल हाथ में लिफाफा लेकर घूम रहे है, मैं देश का पहला ऐसा सीएम हूं जो कह रहा है कि गुनाह किया हूं तो गुनाह बता दिया जाए, मगर कोई कुछ नहीं बोल पा रहा है. क्योंकि मेरी नियत साफ है. झामुमो कार्यकर्ताओं के महाजुटान को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि देश में आदिवासियों और दलितों का मजाक बनाया जा रहा है. भाजपा हमे एजेंसियों के बहाने डराना चाहती है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं आदिवासी हूं. किसी से डरता नहीं हूं. अगर ईडी को लगता है कि मैंने गलत किया है तो नोटिस क्या भेजते हो, आप हमे गिरफ्तार करो. हेमंत सोरेन कहा कि हिम्मत है तो गिरफ्तार करो, नोटिस मत भेजो. ये लोग सोच रहा है नोटिस से आदिवासी मुख्यमंत्री डर जायेगा.
सीएम हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि कुछ लोगों को गलतफहमी है कि ऐसी परिस्थितियों से मैं डर रहा हूं या घबरा रहा हूं. वो ये जान ले कि ऐसी परिस्थितियों से ना तो मैं डरा हूं और ना घबराया हूं. बल्कि इन परिस्थियों से तपकर ही मैं और ताकतवर हो रहा हूं. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि ये लोग हमे जेल से डरा रहे है. ये लोग नहीं जानते कि अगर मैंने जेल भरना शुरू कर दिया, तो इतने लोग जेल जायेंगे की जेल भर जायेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं के सहारे राजनीतिक रोटी सेकना बहुत दिनों तक नहीं चलेगा. क्योंकि अब इनकी रोटी पकेगी नहीं, बल्कि झारखंड की जनता इनकी राजनितिक रोटी को जला देगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुजरात में रह रहे झारखंडियों से आह्वान करते हुए कहा कि एक भी वोट भाजपा को नहीं जाना चाहिए. आदिवासी भाई सतर्क हो जाये कि एक भी वोट भाजपा को नहीं जाना चाहिए. भाजपा आदिवासियों और दलितों का मजाक बना रही है. हमे शोषण का जरिया बना रखा है. अब समय आ गया है इन लोगों को जवाब देने का. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इन लोगों ने बहुत प्रयास किया कि मेरी सरकार गिर जाये, लेकिन कभी कामयाब नहीं हुए. हेमंत ने कहा कि जो लोग बीजेपी में चले जाते है उनके सारे पाप धुल जाते है, वे दूध के धुले हो जाते है. और जो बीजेपी में नहीं जाते, उनके पीछे ईडी और सीबीआई लगाकर डराया धमकाया जाता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी-मूलवासी की सरकार है, बीजेपी या किसी में हिम्मत नहीं है कि 5 साल तक सरकार का बाल भी बांका कर सके.