
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अक्सर ऐसी योजनाएं लेकर सामने आते है, जिसकी तारीफ ना केवल सत्ता पक्ष बल्कि विपक्ष भी करता दिखाई देता है. ऐसी ही एक योजना की तारीफ अब बिहार से लेकर झारखंड तक की जा रही है. मुख्य्मंत्री हेमंत सोरेन के इथेनाल को लेकर लिए गए फैसले की जमकर तारीफ हो रही है. सीएम हेमंत सोरेन के फैसले से झारखंड ही नहीं, बल्कि पडोसी राज्यों के इथेनाल से संबंध रखने वाले लोग भी सराहना कर रहे है.
झारखंड में इथेनाल के उत्पादन को लेकर बनी नीति को राज्य कैबिनेट से स्वीकृति मिल गई है। नई व्यवस्था में झारखंड में इससे संबंधित फैक्ट्री खोलने पर निवेशक को 30 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। यह राशि बिहार में अधिकतम सब्सिडी की सीमा (पांच करोड़) से छह गुना अधिक है। बिहार में कैपिटल सब्सिडी की अधिकतम सीमा कुल निवेश के हिसाब से 15 प्रतिशत अथवा पांच करोड़ रुपये है जबकि झारखंड में कुल निवेश के हिसाब से 25 प्रतिशत अथवा अधिकतम 30 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी दिए जाने का प्रविधान किया गया है।
इसके अलावा नई एमएसएमई इकाइयों को कुल ऋण राशि के हिसाब से छह प्रतिशत प्रति वर्ष के हिसाब से इंटरेस्ट सब्सिडी दी जाएगी। यह राशि अधिकतम तीन करोड़ रुपये तक होगी। ज्ञात हो कि बिहार में पहले से इथेनाल नीति लागू है।