
रांची. 1932 के खतियान के खिलाफ लगातार मुखर रहने वाले कैलाश यादव, प्रदीप तिवारी और राजकुमार यादव ने आज रांची के एसडीओ कोर्ट में पेशी दी. तीनो नेताओ ने रांची अनुमंडल न्यायालय में पेश होकर प्राप्त 107 नोटिस पर अधिवक्ता दीपक श्रीवास्तव के माध्यम से जवाब दाखिल किया. रांची एसडीओ कोर्ट ने अशांति भंग होने की आशंका पर कैलाश यादव, रामकुमार यादव और प्रदीप तिवारी सहित 6 लोगो के नाम धारा 107 के तहत नोटिस जारी किया था.
कैलाश यादव ने कहा कि सरकार के जनविरोधी नीतियों एवं असंवैधानिक निर्णयों का विरोध करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है, अभिव्यक्ति की आजादी है. नोटिस के माध्यम से हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता है. लेकिन प्रशासन यहां सरकार के दबाव में एकतरफा करवाई करने का कार्य कर रही है. जबकि सर्वविदित है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से अनेकों खतियानी समर्थको द्वारा अमर्यादित और अभद्र टिपण्णी कर भाईचारा बिगड़ने का काम किया जा रहा है. मगर उनको कोई नोटिस नहीं भेजा जा रहा है.
कैलाश यादव ने कहा कि एसडीओ कोर्ट ने हम सभी को पुनः आगामी दिनांक 28 सितंबर को पेश होने का आदेश दिया है. हम न्यायपालिका का सम्मान करते हुए अपनी बाते रखेंगे, लेकिन 1932 के खिलाफ जनजागरण अभियान के तहत विरोध निरंतर जारी रहेगा और इसे और व्यापक व मजबूत बनाया जाएगा.