
रांची. झारखंड की हेमंत सरकार द्वारा 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति तय करने के प्रस्ताव पर हेमंत कैबिनेट की मुहर लगते ही कुछ नेताओ ने इसके खिलाफ सार्वजानिक रूप से बयान देना शुरू कर दिया. सार्वजानिक रूप से 1932 के खतियान के खिलाफ बोलने और आम जनमानस को भड़काने के आरोप में धुर्वा निवासी कैलाश यादव समेत पांच अन्य लोगो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. इन सभी को लीगल नोटिस भेजकर न्यायलय अनुमंडल दंडाधिकारी रांची ने 19 सितंबर सुबह साढ़े दस बजे तक कोर्ट में 50000 रुपया का बांड भरने का आदेश दिया गया है.
पत्र में कहा गया है कि यह संभव है कि इनलोगो द्वारा परिशांति भंग करने या ऐसा कार्य करने की प्रबल संभावना है जिससे शांति व्यवस्था भंग हो.
इन्हे भेजा गया नोटिस
जिन लोगो को शांति व्यवस्था भंग करने की संभावना में कानूनी नोटिस भेजा गया है उनमे कैलाश यादव, प्रदीप तिवारी, रंजन कुमार उर्फ़ छोटू, नवनीत कुमार, बिट्टू मिश्रा, राम कुमार यादव का नाम शामिल है.