
रांची. झारखंड में अपने अस्तित्व की तलाश में जुटी बीजेपी ने आज गिरिडीह के मधुवन में मंथन के बाद यात्रा वाली पॉलिटिक्स का फॉर्मूला निकाला है. हेमंत सोरेन का विकल्प बनने के लिए अब संकल्प यात्रा का बहाना लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी झारखंड के सभी जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे. 17 अगस्त से 4 अक्टूबर तक बाबूलाल मरांडी के इसी संकल्प यात्रा में बीजेपी सत्ता का रास्ता तलाशने की कोशिश करेगी. हालांकि आज अपने संबोधन में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ये माना कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओ का बूथ से संबंध लगभग कट गया है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओ को बूथ से जीवंत संबंध स्थापित करने का निर्देश दिया ताकि पार्टी बूथ के सहारे सत्ता की सीढ़ी चढ़ सके. बाबूलाल ने पार्टी नेताओ को जनता से व्यवहार सुधारने की नसीहत दी.
हेमलाल मुर्मू के झामुमो में शामिल होने से संथाल में धराशायी हुई बीजेपी को अब बाबूलाल मरांडी के रूप में संथाल का सहारा दिखने लगा है. हालांकि बाबूलाल मरांडी का ट्रैक रिकॉर्ड संथाल जीतने को लेकर पहले भी निराशाजनक रहा है. हेमंत सोरेन सरकार के गठन के बाद से ही लगातार अधिकाँश उपचुनावों में हार का सामना कर चुकी दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी की जोड़ी वाली बीजेपी अकेले बाबूलाल के दमपर क्या कमाल करती है, ये भी आने वाला वक़्त ही बताएगा. संथाल में अपनी पकड़ खो चुकी बीजेपी ने संकल्प यात्रा की शुरुआत के लिए भी भोगनाडीह को ही चुना है.