बिहार बीएड एडमिशन : आरक्षण रोस्टर में गड़बड़ी पर रोका दाखिला
जानकारी के अनुसार ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से कॉलेजों को जो एलॉटमेंट लेटर भेजा जा रहा है, उसमें गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं। गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय तुर्

राज्य के कुछ बीएड कॉलेजों ने आरक्षण रोस्टर में गड़बड़ी मिलने के बाद नामांकन की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। इस बाबत दो कॉलेजों के प्राचार्यों ने नोडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर कहा कि बिहार सरकार के निर्देश के मुताबिक शत-प्रतिशत आरक्षण रोस्टर के तहत नामांकन होना है। जबतक सभी छात्रों के आरक्षण रोस्टर का मिलान नहीं होगा, नामांकन लेना संभव नहीं है।
जानकारी के अनुसार ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से कॉलेजों को जो एलॉटमेंट लेटर भेजा जा रहा है, उसमें गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं। गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय तुर्की मुजफ्फरपुर ने नामांकन की प्रक्रिया रोक दी।
विश्वविद्यालय के नोडल प्रभारी को पत्र लिखकर बताया गया कि अस्मिता कुमारी, क्रमांक 1090300082 और मेधा क्रमांक 759 ईडब्ल्यूएस कोटे की छात्रा है। इनका चयन पिछड़ा वर्ग महिला कोटि कर दिया गया है, जो गलत है।
वहीं पटना ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य आशुतोष कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से पहली बार आरक्षण रोस्टर में एक नया नाम दिया गया। छात्र पाशुपति कुमार के एडमिड कार्ड में बीसी टू श्रेणी दिया गया है। वहीं रिजल्ट में इसे एमबीसी कोटे में डाल दिया गया है। इसी तरह की कई शिकायतें मिली हैं।
पहली मेधा सूची पर 26 तक होना है दाखिला
- राज्य के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों में नामांकन की नई प्रक्रिया की वजह से दाखिले की रफ्तार बहुत धीमी है। वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में अब तक सात से आठ छात्राओं का नामांकन हो सका है। यही स्थिति निजी कॉलेजों की है। जिन कॉलेजों में सौ सीटें हैं वहां 15 से 20 ही नामांकन हो सके हैं। हालांकि पहली मेधा सूची के आधार पर 26 अगस्त तक नामांकन होना है। सफल छात्रों को काउंसिलिंग फीस 22 अगस्त तक जमा करनी है।
जिस कॉलेज से रोस्टर में गड़बड़ी की शिकायत मिली है, उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। कहां से गड़बड़ी हुई है इसे देखा जा रहा है। जल्द ही इसका निदान किया जाएगा। -एसपी सिंह,कुलपति,विश्वविद्यालय,एलएनएमयू