
रांची. झारखंड में उन्निति को जंग लग गया है। कल्याण विभाग के पदाधिकारियों की लापरवाही और लेट लतीफी ने करोडो से खरीदी गयी साइकल को कबाड़ में बदल दिया है। दरअसल कल्याण विभाग के ‘उन्नति पहिया’ योजना के तहत कक्षा आठवीं में पढ़ने वाली बच्चियों को स्कूल जाने के लिए साइकल दिया जाता है। मगर बरियातू स्थित सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस के क्लस्टर में पड़े पड़े ऐसी 200 साइकलो में जंग लग गया। क्योकि यह साइकिले समय पर छात्राओं को वितरित नहीं हुई। फरवरी 2024 में ही कल्याण विभाग को एजेंसी ने साइकल सौंप दी थी, मगर कभी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता, तो कभी विधानसभा चुनाव की आचार संहिता का बहाना बनाकर पदाधिकारी साइकल वितरण पर ध्यान देने से बचते रहे। पिछले साल से अबतक मानसून, पर्यावरण के असर से साइकिले पड़े पड़े सड़ गयी।

बच्चियों को जो साइकिले दी गयी, उनमे भी किसी में चेन नहीं था, तो किसी का पैडल ही जाम था। खबर सामने आने के बाद प्रोजेक्ट सुपरवाइजर ने आनन फानन में बच्चियों से साइकिले वापस मंगा ली। साइकिलों को हुए नुक्सान को प्रोजेक्ट सुपरवाइजर देवाशीष बाग़ ने सरकारी नुक्सान के बजाय अपना व्यक्तिगत नुक्सान बताया।



