
रांची. कुड़मी समाज को आदिवासी का दर्जा दिए जाने पर एक न्यूज़ पोर्टल को दिए बयान के बाद निशा भगत को जयराम महतो ने अपनी पार्टी जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। निशा भगत ने पार्टी से निकाले जाने पर सोशल मीडिया में दिए अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मै ईसाई समुदाय के बारे में बोली तो जेएलकेएम को मिर्ची नहीं लगी, कुर्मी समुदाय के लिए बोली तो बवाल कर रहे हैं। निशा भगत ने कहा कि कुर्मी समुदाय किसी कीमत पर आदिवासी हितैषी नहीं हो सकते। पार्टी पहले छोड़ती तो कुर्मियों की मानसिकता का पता नहीं चलता। उम्मीद करती हूं कि सबको जयराम महतो की मानसिकता का पता चल गया होगा।
निशा भगत ने जयराम महतो और उनकी पार्टी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि जयराम महतो के अंदर सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने की हैसियत नहीं है। आपको बता दे कि निशा भगत ने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मेरे जीते जी कुर्मी समाज को कभी आदिवासी नहीं बनने दूंगी। आदिवासी पैदा होना पड़ता है, बना नहीं जाता।




