
नयी दिल्ली: देश में 10 साल बाद एक बार फिर गठबंधन की सरकार केंद्र में बनती दिखाई दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगी दलों (एनडीए) को अबतक के रुझानों में 290 सीटें मिलती दिख रही है, वहीं इंडिया गठबंधन को 235 सीटें मिलती दिखाई दे रही है. उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में बीजेपी को तगड़ा नुक्सान उठाना पड़ा है. नतीजों से साफ है कि जनता नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार तो केंद्र में देखना चाहती है, मगर बीजेपी को अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं देना चाहती. उधर नतीजों के बाद बीजेपी जहां सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त दिख रही है, वहीं इंडिया गठबंधन के नेता भी सरकार बनाने की कोशिशों में लगे हुए है. बुधवार की शाम इंडिया गठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक दिल्ली में बुलाई गयी है, जिसमे आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
सबकी निगाहें नितीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर टिकी:
बीजेपी को अपने दम पर 240 सीटें मिलती दिख रही है. बहुमत के जादुई आंकड़ें (272) से भाजपा बहुत पीछे है. एनडीए में नितीश कुमार की पार्टी जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी का बड़ा अहम योगदान रहने वाला है. जेडीयू जहां 12 सीटें जीतती दिख रही है, वहीं टीडीपी 16 सीटों पर जीत हासिल करती दिखाई दे रही है. इनके अलावा एनडीए में जितने घटक दल शामिल है, उनके पास 272 तक पहुंचने के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं है. यही वजह है की जहां एक ओर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद आगे आकर चंद्रबाबू नायडू और नितीश कुमार से बात कर रहे है. वहीं, इंडिया गठबंधन भी नितीश कुमार और नायडू से संपर्क साध रहा है. मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनसीपी (शरद पवार गुट) के अध्यक्ष शरद पवार ने खुद नितीश कुमार से पूरे मामले में बातचीत की है. खबर तो यहां तक है कि शरद पवार ने नितीश कुमार को मनचाहा मंत्रीपद देने के साथ-साथ उप-प्रधानमंत्री का पद देने तक की बात कही है. उधर, कल होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक में भी सबकी निगाहें है. इससे पहले खबर है कि चंद्रबाबू नायडू कल दिल्ली जा सकते है. हालांकि, इसके पीछे के कारणों का अबतक पता नहीं चला है.