
नयी दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच जैसी रस्साकशी झारखंड में देखने को मिली थी. अब वैसी ही रस्साकशी दिल्ली में भी देखने को मिली है. ईडी ने जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पांच बार समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था. मगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए ईडी के दफ्तर नहीं गए. सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी के समन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इतिहास में पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री ने ईडी को सीधी चुनौती दी थी.
अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी हेमंत सोरेन के राह पर चल पड़े है. वे देश के दूसरे मुख्यमंत्री बन गए है, जो ईडी के समन पर पेशी के लिए नहीं गए. ईडी ने अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए दो नवंबर को हाजिर होने का समन भेजा था. मगर अरविंद केजरीवाल अपने पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनावी दौरे पर निकल गए. वे ईडी के समन पर पेश नहीं हुए. अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज से तीन दिन के दौरे पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ रवाना हुए है. जहां वे चुनावी रैलियों और रोड शो में शामिल होंगे. ईडी के समन पर पेश नहीं होने के सवाल पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ईडी का समन गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित है. भाजपा के इशारे पर ये नोटिस भेजा गया है, ताकि मैं चार राज्यों के चुनाव प्रचार में शामिल ना सकू. ईडी को तत्काल प्रभाव से समन वापस ले लेना चाहिए.