
विशेष. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ना केवल राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सर्वसुलभ बनाने में लगी है, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओ को भी सरल और तेज करने में जुटी है. आजतक छात्र सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा तो दे देते थे, मगर उसके नतीजों का इंतज़ार करते करते छात्रों की उम्र निकल जाती थी. कभी तो परीक्षाओ का केवल विज्ञापन ही निकलता था, परीक्षा के विज्ञापन के बाद परीक्षा कब होगी, इसके नोटिफिकेशन का इंतज़ार करते करते ही विद्यार्थी थक जाते थे, जिससे वे बाकी अवसरों के लिए खुद को तैयार नहीं कर पाते थे. मगर दो आदिवासियों के अथक प्रयासों ने हेमंत सोरेन सरकार में आयोग को देखने का नजरिया ही बदल दिया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और जेपीएससी की महिला अध्यक्ष मैरी नीलिमा केरकेट्टा के संयुक्त प्रयास से अब छात्रों को ना केवल समय पर प्रतियोगी परीक्षाओ को देने का मौका मिल रहा है, बल्कि नियुक्ति प्रक्रिया भी तय समय से पहले ही पूरी कर ली जा रही है.
अब जेपीएससी ने मात्र चार घंटे में ही इंटरव्यू का रिजल्ट जारी कर नया रिकॉर्ड बना लिया है. नगर विकास विभाग में लेखा पदाधिकारियों के पद के लिए इंटरव्यू देने आये कैंडिडेट्स तब ख़ुशी से झूम उठे, जब अपनी व्यवस्था के लिए बदनाम जेपीएससी ने महज चार घंटे में ही इंटरव्यू का रिजल्ट प्रकाशित कर दिया. इंटरव्यू शाम चार बजे तक चला, और आठ बजे तक वेबसाइट पर इंटरव्यू का रिजल्ट भी आ गया. ये अभूतपूर्व घटना थी, जिसने छात्रों के अंदर उत्साह भर दिया. लेखा पदाधिकारी के लिए नियुक्ति प्रक्रिया 2019 में शुरू हुई, दो साल तक महामारी की वजह से परीक्षाएं पाइपलाइन में अटकी रही. मगर जैसे ही महामारी का दौर गुजरा, हेमंत सोरेन सरकार ने नियुक्तियों की झड़ी लगा दी.
अदालत से नियोजन नीति को लेकर बड़ा झटका लगने के बावजूद सरकार अपने स्तर पर उन नौजवानो को सरकारी नौकरी से जोड़ने के लिए कृतसंकल्पित दिखी, जिन्होंने अपनी उम्र महामारी और अन्य वजहों से गंवा दी. सरकार ने पुरानी नियोजन नीति के आधार पर ही परीक्षाओ का नोटिफिकेशन निकालना शुरू कर दिया, मगर 1932 का अपना संकल्प नहीं भूली. इसीलिए इसे और मजबूती देने के लिए विधानसभा से पारित कर केंद्र को नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए भेज दिया गया. जिससे 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय और नियोजन नीति को अमिट कवच दिया जा सके.
इससे पहले भी सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओ को तय समय पर आयोजित कर वाहवाही बटोरी है. आपको बता दे कि जेपीएससी की सांतवी से दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम भी बेहद कम समय में जारी कर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी. जेपीएससी सातवीं से दसवीं तक का परीक्षा परिणाम केवल 251 दिन में ही जारी कर दिया गया था. ऐसा पहली बार हुआ था, जब जेपीएससी का परीक्षा परिणाम इतने कम समय में जारी हुआ हो.
हाल में जेपीएससी और जेएसएससी ने कई पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है. आने वाले समय में छात्रों को इन परीक्षाओ का भी लाभ तय समय पर मिले, सरकार इसे लेकर एक्शन मोड में है.