
रांची. स्वास्थ्य सेवा को राज्य की पहली एयर एम्बुलेंस के माध्यम से उड़ान देने के बाद 2 मई को सीएम हेमंत सोरेन राज्य के शिक्षा जगत को उत्कृष्ट पहचान दिलाने जा रहे है. शिक्षा को लेकर संजीदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की परिकल्पना अब मूर्तरुप ले रही है. राज्य के वंचित और गरीब बच्चों को समय की मांग के अनुरूप उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ रांची के धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय से मुख्यमंत्री शिक्षा में क्रांति की शुरुआत करेंगे. ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय को भी उत्कृष्ट विद्यालय में तब्दील किया गया है. ये सभी 80 विद्यालय सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं, जहां बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी. इसके साथ राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा का अधिकार भी प्राप्त होगा. झारखंड के इतिहास में पहली बार होगा, जब सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के तर्ज पर विकसित करने की सोच को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. मालूम हो कि राज्य सरकार ने पूरे राज्य में 80 जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय, 325 प्रखण्ड स्तरीय लीडर स्कूल और 4,091 ग्राम पंचायत स्तरीय आदर्श विद्यालय बनाने एवं सरकारी स्कूल के 15 लाख से अधिक बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य तय किया है.
सरकार गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के निर्माण कार्य एवं सीबीएसई संबद्धता को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए गंभीर थे. लेकिन दो वर्ष तक कोरोना संक्रमण काल ने विद्यालयों के निर्माण कार्य को प्रभावित किया. लेकिन जीवन सामान्य होने के बाद जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालयों के काम में तेजी लाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया. मुख्यमंत्री लगातार निर्माण कार्य, शिक्षकों का प्रशिक्षण, सीबीएसई संबद्धता समेत अन्य प्रक्रियाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश देते रहे. उसका ही प्रतिफल है कि राज्य भर में फैले 80 उत्कृष्ट विद्यालयों ने आकार लिया है. इन विद्यालयों में अत्याधुनिक आधारभूत संरचना, लाइब्रेरी, सांइस लैब, डिजिटल स्मार्ट क्लास, सूचना प्रौद्योगिकी का मजबूत ढांचा, खेल प्रशिक्षण समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
प्रशिक्षण प्राप्त प्रधानाध्यापक करेंगे बच्चों का मार्गदर्शन
80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण दो चरणों में नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप द्वारा कराया जा चुका है. 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का दो चरण में प्रशिक्षण अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा पूर्ण कर लिया गया है. जनवरी माह में प्रधानाध्यापकों में क्षमता वर्धन हेतु आईआईएम द्वारा प्रशिक्षण दिया गया.
11 ट्रेड में व्यवसायिक शिक्षा
इन उत्कृष्ट विद्यालयों के बच्चों को व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. बच्चों को एग्रीकल्चर, आईटी, आईटीईएस, अपारेल एण्ड मेडअप एण्ड होम फर्निशिंग, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ऑटोमोटिव, टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटालिटी समेत अन्य ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा. संबंधित ट्रेड से जुड़े राज्य स्तरीय प्रतिष्ठानों एवं संस्थानों के साथ इंडस्ट्रियल फील्ड विजिट की व्यवस्था की जा रही है ताकि भावी जीवन में उनके रुचि के अनुसार रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सके.