
रांची: झामुमो ने आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश को निशाने पर लिया. पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा बार बार पुरानी परंपरा का निर्वाहन करती है. झूठ बोलो, जोर से बोलो और बार-बार बोलो. ऑनलाइन तरीके से यह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनती है. मिस्ड कॉल से आतंकी घटना में शामिल लोग भी इसके सदस्य बन जाते हैं. राजस्थान में भी मिस्ड क़ॉल से सदस्य बना दिए जाते हैं. अब झारखंड के गांवों में भाजपा अपनी सरकार होने की बात कर रही. यहां भी खेला शुरू हुआ है. मिस्ड कॉल के सहारे पार्टी सदस्य बनाए गए लोगों के आधार पर भाजपा के प्रदेश अध्य़क्ष कह रहे हैं कि गांव में हमारी सरकार है. वास्तव में यह सच्चाई से मुंह मोड़ने वाली बात है.
मिस्ड कॉल वाले प्रतिनिधियों को ही सम्मेलन आयोजित कर भाजपा सम्मानित करने वाली है. मोमेंटम झारखंड की तरह इसकी सच्चाई सामने आयेगी. वर्तमान में हेमंत सोरेन की जो प्रतिबद्धता है, लोकप्रियता है, उससे इनकी हताशा सामने आ रही है. सत्ता हाथ से जाने के बाद पार्टी विधवा विलाप में है.
2024 में झारखंड से भाजपा होगी आउट:
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा जब जब हताश होती है, आइटी, ईडी का डर दिखाती है. सांसद दीपक प्रकाश सार्वजनिक तौर पर बातचीत में कह चुके हैं कि उनके पास ईडी, आईटी है. शनिवार को सीएम ने मीडिया से कहा था कि वे डरने वाले नहीं हैं. भाजपा के खिलाफ वही राजनीतिक संगठन संघर्ष कर सकता है जो उससे ना डरता हो. जो उससे डर जाता है, उसे भाजपा निगल लेती है. जैसे लोजपा के साथ हुआ पर जदयू के साथ नहीं हो सका. जैसा शिव सेना के साथ पर टीएमसी के साथ नहीं. उसी तरह झामुमो से भाजपा डरती है. भाजपा के पास कोई उसूल नहीं रह गया है. प्रदेश अध्यक्ष को राजनीतिक विलाप करना पड़ रहा है. अब चुनाव आयोग के लेटर के सहारे राज्य में असंवैधानिक तरीके से राज्य सरकार के खिलाफ योजना बनायी जा रही. इसे भाजपा अमलीजामा ना पहनाए. 3.50 करोड़ जनता जवाब देने को तैयार है. खतियान और आरक्षण के बाद भाजपा का एक भी आदिवासी मूलवासी विधायक गांव घुस नहीं पा रहे. जनता पूछ रही है कि 20 सालों तक क्या किया. भाजपा के दो-दो आदिवासी सीएम सबसे लंबे समय तक यहां सरकार में रहे पर यहां के मूलवासी, आदिवासियों की पहचान नहीं तलाश सके. पिछले दिनों स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम में यहां के ट्राइबल लड़के नहीं मिले, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के लड़कों को यहां लाया गया. यहां के ट्राइबल लोग अब आपके साथ जाना नहीं चाहते, ऐसे में बाहर से आयात करना पड़ा. एकमात्र रास्ता भाजपा के लिए 2024 का दरवाजा है. अभी से इसे खोल कर झारखंड से बाहर निकल जाए नहीं तो वे निकाल दिए जाएंगे.