
हेमंत सोरेन सरकार राज्य में युद्धस्तर पर विकास कार्यो को गति दे रही है. सूबे में कभी घोर नक्सल प्रभावित इलाको में जिन क्षेत्रों का नाम आता था, अब वहां भी विकास योजनाओ की झड़ी लगी हुई है. आज से ढाई तीन साल पहले तक जहां उग्रवादग्रस्त इलाको में जाने से प्रशासनिक पदाधिकारियों के हाथ पांव फूल जाते थे. शाम होते ही जिन इलाको में जाना खतरे से खाली नहीं था, अब वहां भी राज्य सरकार के अधिकारी रात रात भर कैंप लगाकर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओ का लाभ देने के लिए जुटे हुए है.
तस्वीर में जिस इलाके का जिक्र हो रहा है वह कभी घोर नक्सलवाद के लिए सुर्खियों में रहता था. गढ़वा जिला अंतर्गत बरगढ़ प्रखंड के पंचायत टेहरी के बूढ़ा पहाड़ से सटे तुरेर और तूमेरा गांव में जब प्रशासन का पूरा अमला पहुंचा तो ग्रामीणों में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी. यहां प्रखंड विकास पदाधिकारी विपिन भारती बिना सुरक्षा के ही बीस किलोमीटर अंदर घने जंगल के बीच बसे तुरेर और तूमेरा पंचायत पहुंचे. आज से पहले इस इलाके में जाने की हिम्मत किसी भी पदाधिकारी के अंदर नहीं हो पाती थी. यहां प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ पहुंचे अन्य विभागों के अधिकारियो ने हर घर का जायजा लिया और ग्रामीणों को सरकारी योजनाओ की पूरी जानकारी दी. ग्रामीणों को अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि गांव के बेरोजगार मजदूरों को सरकारी योजनाओ के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जाएगा. मौके पर ही गांव के लोगो के विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, राशन कार्ड, जॉब कार्ड के लिए आवेदन भी लिए गए.