जेएमएम का आरोप: बीजेपी सांसद निशिकांत ने देवघर एयरपोर्ट में मचाया उत्पात, एटीसी को धमकाकर सूर्यास्त के बाद लिया क्लीयरेंस
झारखंड में चल रही सियासी घमासान के बीच सत्तारूढ़ झामुमो और विपक्ष भाजपा के बीच की लड़ाई हवाई सेवा तक पहुंच गयी है. मंगलवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रांची से रायपुर जाने में यूपीए विधायकों द्वारा एयरपोर्ट नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था. अब झामुमो ने भी कुछ इसी तरह का आरोप भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर लगाया है.

रांची: झारखंड में चल रही सियासी घमासान के बीच सत्तारूढ़ झामुमो और विपक्ष भाजपा के बीच की लड़ाई हवाई सेवा तक पहुंच गयी है. मंगलवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रांची से रायपुर जाने में यूपीए विधायकों द्वारा एयरपोर्ट नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था. अब झामुमो ने भी कुछ इसी तरह का आरोप भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर लगाया है.
झामुमो का कहना है कि दुमका आये भाजपा के तीन नेताओं (निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा) ने लौटने के क्रम में बाबा नगरी स्थित देवघर एयरपोर्ट में उत्पाद मचाया. एयर ट्रैफिक कंट्रोल को धमका कर गैर कानूनी तरीके से सूर्यास्त के बाद अपने हवाई जहाज के लिए क्लीयरेंस मांगा था. बता दें कि तीनों भाजपा नेता बुधवार को अंकिता हत्याकांड के बाद पीड़िता के परिजनों से मिलने दुमका पहुंचे थे.
क्या देवघर एयरपोर्ट में उत्पाद मचाने के लिए निशिकांत दुबे को सौंप दिया है – झामुमो :
झामुमो ने कहा है कि तीनों नेता अहंकारी है. क्या ये कानून से ऊपर हैं? भाजपा के इन उद्दंड व्यक्तियों ने क्या मजाक बना रखा है? क्या देवघर एयरपोर्ट में उत्पाद मचाने के लिए निशिकांत दुबे को सौंप दिया है. झामुमो ने नागर विमानन महानिदेशलय और केंद्रीय मंत्री ज्योतिराजे सिंघिया से अपील कर कहा है कि देवघर एयरपोर्ट में भाजपा नेताओं द्वारा मचाये गए उत्पात और गैरकानूनी तरीके से लिए गए क्लीयरेंस की जाँच कर कार्रवाई करें.
निशिकांत ने हेमंत सोरेन पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ का लगाया था आरोप :
इससे पहले मंगलवार देर रात निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि रांची एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया. झारखंड कांग्रेस और झामुमो के विधायक दारु, पैसा व आग्नेय अस्त्र लेकर बिना सीआईसीएफ सुरक्षा जांच के सीधे हवाई जहाज़ पर रायपुर गए. निशिकांत ने एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया, केंद्रीय मंत्री ज्योतिराजे सिंघिया और पीआईबी होम अर्फेयर्स से मामले को संज्ञान में लेने की मांग की थी.