
आदिवासी समाज 11 नवंबर को हर साल सरना धर्म कोड दिवस मनाएगा. इसी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा से बहुप्रतीक्षित और आदिवासियों की सबसे बड़ी मांग सरना धर्म कोड के प्रस्ताव को बहुमत से पारित कराकर केंद्र सरकार को भेजा था. सीएम हेमंत सोरेन के इस कदम के बाद आदिवासी समाज से जुड़े लोगो ने सड़क पर उतरकर जमकर जश्न मनाया और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया था.
रांची से दिल्ली तक होंगे कई कार्यक्रम
11 नवंबर को सरना धर्म कोड दिवस के दिन रांची से दिल्ली तक कई कार्मक्रम किये जाएंगे. रांची में जुलुस निकालने से लेकर दिल्ली के जंतर मंतर में आदिवासी महाजूटान तक कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार की जा रही है. दिल्ली के जंतर मंतर में इस दिन देशभर से सरना धर्मावलंबी जुटेंगे और महाधरना देकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जायेगा. दुसरे दिन 12 नवंबर को दिल्ली में प्रतिनिधि सभा का भी आयोजन होगा.